केतु क्या है । The Ketu in Astrology । Know Your Planets- Ketu | Which Gemstone wear for Ketu.

केतु को धड, पूंछ और घटता हुआ पर्व कहा गया है. केतु की कारक वस्तुओं में मोक्ष, उन्माद, कारावास, विदेशी भूमि में जमीन, कोढ, दासता, आत्महत्या, नाना, दादी, आंखें, तुनकमिजाज, तुच्छ और जहरीली भाषा, लम्बा कद, धुआं जैसा रंग, निरन्तर धूम्रपान करने वाला,घाव, शरीर पर दाग, छरहरा और पतला, दुर्भावपूर्ण अपराधी,  गिरा हुआ, साजिश, अलौकिक, दर्शनशास्त्र, वैराग्य, सरकारी जुर्माना, सपने, आकस्मिक मृ्त्यु,  बुरी आत्मा, कीडों के कारण होने वाले रोग, विषैला काटना, धर्म, ज्योतिष, अन्तिम उद्वार, औषधियों का प्रयोग करने वाला, मिलावट करके अशुद्ध करने वाला, गिरफ्तारी, दिवालिया, चोट, मैथुन, अपहरण, खून, विष, सजा, कृ्मि, चोटें, अग्निकाण्ड, हत्या और कृ्पणता का भाव देने वाला ग्रह कहा गया है. 

केतु ग्रह की दिशा कौन सी है. |  Which Direction  represent the Ketu. 

केतु को उत्तर-पश्चिम दिशा का कारक ग्रह माना गया है.  

केतु का भाग्य रत्न कौन सा है. | Which Gemstone wear for Ketu. 

केतु का भाग्य रत्न लहसूनिया है.  

केतु के लिए किस देव की उपासना करनी चाहिए. | Which god should be worshipped for the Ketu. 

केतु के लिए गणपति व भैरव जी की उपासना करना शुभ रहता है. 

केतु का बीज मंत्र कौन सा है. | Which is the beej  mantra of the Ketu. 

केतु का बीज मंत्र इस प्रकार है.  

ऊँ श्रां श्रीं श्रौं स: केतवे नम:

(एक संकल्प समय 40 दिनों में 17000 बार) 

केतु का वैदिक मंत्र कौन सा है. | Which is the Vedic mantra of the Rahu. 

केतु का वैदिक मंत्र इस प्रकार है.  

केतु कृ्णवन्न केतवे पेशो मर्या अपेशसे ।

समुशभिउर जायथा: ।।

केतु के लिए कौन सी वस्तुओं का दान करना चाहिए.  | What should be given in Charity for the Ketu. 

केतु के लिए तिल, स्वर्ण, कस्तूरी, कम्बल, (काले और सफेद), चीनी, सतनाज, सिन्दूर, चीनी, भोजन का कुछ भाग, काले -सफेद कुत्ते.  इन सभी वस्तुओं को रविवार सुबह के समय दान करना चाहिए.  

केतु का रंग-रुप किस प्रकार का बताया गया है. | What is the form of Ketufected people.

केतु को लम्बे कद, सरलता से क्रोधित होने वाला कहा गया है.  

केतु शरीर में कौन से अंगों का प्रतिनिधित्व करता है. | Ketu represents which organs of the body 

केतु शरीर में पेट या उदर का प्रतिनिधित्व करता है.  

केतु के कारण व्यक्ति को कौन से रोग हो सकते है. | What is the specific Dieseases caused by Ketu. 

केतु व्यक्ति को तिल्ली का बढना, मोतियाबिन्द, अण्डकोषों का बढना, फेफडों की परेशानियां, बुखार, पेट दर्द, शरीर में दर्द, अनजाने कारणों से रो, ऎसे रोग जिनको पहचाना न जा सकें, महामारी, उदभेदी, जवर, चोट, घाव, खुजली, फोडा, चर्म रोग, पांवों में जलन, शरीर में झुनझुलाहट, कोढ, आत्महत्या की प्रवृ्ति, कृ्त्रिम विष बनने के रोग हो सकते है. 

केतु कौन सी वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करता है.  | What is the specific Karaka of the Ketu.  

केतु अध्यात्मिकता का कारक ग्रह है.  

केतु के विशिष्ट गुण कौन से है. | What is the specific Quality of the Ketu. 

केतु मोक्ष कारक ग्रह है, केतु युद्ध संबन्धी सामग्री का कारक ग्रह है. इसके प्रभाव से व्यक्ति में आध्यात्मिक आस्था की वृ्द्धि होती है. इसे रहस्यमयी ग्रह कहा गया है.  साथ ही इस ग्रह से प्रभावित व्यक्ति कपटी, गोपनीय कार्य करने वाला, षडयंत्र वाला ग्रह है.  

केतु के कार्यक्षेत्र कौन से है. | Ketu and Choice of Profession

केतु खाल और चमडे का कार्य देता है. शव, शवगृ्ह, कंकाल, हड्डियां, हड्डियों का कारखाना, बूचडखाना, त्याग, धनी, मलव्यवस्था का कार्य, बुरी गन्ध वाले स्थान, उपदेशक, भूखण्डमापक, चिकित्सक, अलौकिक विज्ञान, दर्शनशास्त्र. इसके अतिरिक्त केतु को मंगल के समान कहा गया है. इसलिए मंगल दे देखे जाने वाले सभी कार्य भी केतु से देखे जाते है.