आकाशीय नक्शा | Celestial Terminology

विषुवांश | Vishwansha

किसी ग्रह की बसन्त सम्पात बिन्दु से, विषुवत रेखा पर पूर्व की ओर कोणीय दूरी, विषुवांश कहलाती है. 

क्रांति | Kranti

किसी ग्रह की विषुवत रेखा से उत्तर या दक्षिण की ओर कोणीय दूरी, उस ग्रह की क्रांति कहलाती है. 

सायन भोगाँश | Sayan Bhogansha

क्रांतिपथ पथ पर पूर्व की तरफ बसन्त सम्पात बिन्दु से किसी ग्रह की कोणीय दूरी उसका सायन भोगाँश कहलाती है. 

याम्योत्तर वृत्त | Meridian Circle 

विषुवतीय उत्तरी ध्रुव व विषुवतीय दक्षिणी ध्रुव से होता हुआ वृत्त जो शिरोबिन्दु से होकर जाता है, उसे याम्योत्तर वृत्त कहते हैं. जिस समय सूर्य किसी स्थान विशेष के याम्योत्तर वृत्त पर होगा, उस समय उस स्थान विशेष में दोपहर मानी जाएगी. वह दिन के ठीक 12 बजे का समय होगा. 

उन्नताँश | Unnatansha

कोई ग्रह क्षितिजीय वृत्त से जितना ऊपर होगा, उस दूरी को उसका उन्नताँश कहा जाएगा. 

दिगाँश | Dighansha

किसी ग्रह की क्षितिजीय वृत्त पर उत्तर या दक्षिण से पूर्व या पश्चिम की ओर दूरी को दिगाँश कहते हैं. 

केपलर के नियम | Rules of Kepler

ज्योतिष भूकेन्द्रित है. सभी ग्रहों के मार्ग अण्डाकार है. ज्योतिष से संबंधित खगोलीय अवधारणाएँ केपलर के नियम पर आधारित मानी गई हैं. 

(1) ग्रहों का मार्ग अण्डाकार है. 

(2) ग्रहों की सूर्य से दूरी बराबर नहीं होती है. 

कोई ग्रह सूर्य से जितना अधिक नजदीक होगा उसकी गति उतनी ही तेज होगी. ग्रह सूर्य से जितना दूर होगा, उसकी गति उतनी ही कम होगी. ज्योतिष में ग्रह से अर्थ है - प्रभावित करने की क्षमता. जिन ग्रहों का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है वह ज्योतिष में महत्वपूर्ण है. भारतीय ज्योतिष में नौ ग्रहों का अध्ययन किया जाता है. वह प्रमुख नौ ग्रह हैं :- सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु तथा केतु. राहु/केतु का कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. यह दोनों छाया ग्रह हैं. छाया ग्रह होने पर भी इनका मानव जीवन पर अत्यधिक प्रभाव है. राहु को साँप का मुख माना गया है और केतु को साँप की पूँछ माना गया है.   

राहु/केतु ग्रह | Rahu/Ketu Planets

राहु तथा केतु, सूर्य और चन्द्रमा के पथ के दो कटान बिन्दु हैं. जब चन्द्रमा का विस्तारित मार्ग, सूर्य के मार्ग को उत्तर की तरफ बढ़ता हुआ काटे तो उसे राहु कहते हैं और जहाँ दक्षिण की ओर बढ़ता हुआ काटे, उसे केतु कहते हैं. राहु को कर्म बन्धन माना गया है. केतु को मोक्ष का कारक ग्रह माना गया है. ज्योतिष में सारे भ्रम, शक तथा वहम राहु से देखे जाते हैं. पिक्चर बनानी है

आंतरिक ग्रह | Internal Planets

बुध तथा शुक्र आंतरिक ग्रह हैं. 

बाहरी ग्रह | External Planets

मंगल, गुरु तथा शनि बाहरी ग्रह हैं. 

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