चोर के पकडे़ जाने अथवा ना पकडे़ जाने के योग | Yogas for thieves getting caught or not

चोरी के प्रश्न में प्रश्नकर्त्ता का आमतौर पर यह प्रश्न होता है कि चोर कब पकडा़ जाएगा. वह पकडा़ भी जाएगा या नहीं पकडा़ जाएगा. इसे देखने के लिए प्रश्न कुण्डली के कुछ योगों के विषय में आपको जानकारी दी जा रही है. इन योगों को आप तभी समझ पाएंगें जब आपने पिछले अध्यायों में दिए इत्थशाल योगों को समझा होगा. जैसा कि आपको पूर्व में बताया गया है कि सप्तम भाव तथा सप्तमेश से चोर का आंकलन किया जाता है. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तमेश को शनि तथा चन्द्रमा देख रहें हों तो चोर चालाक होता है. वह अपनी चालाकी से बच निकलने में कामयाब रहता है. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तमेश तथा मंगल के मध्य इशराफ योग बन रहा हो तो चोर पकडा़ जाता है. 

* प्रश्न कुण्डली में लग्नेश और द्वितीयेश पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो चोर को पुलिस पकड़ने में कामयाब रहती है. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तमेश को बुध तथा चन्द्रमा देख रहें हों तो चोर धूर्त होता है. वह बहुत बडा़ ठग भी होता है. आसानी से पुलिस के हाथ नहीं लगता है. उसके बारे में पता चलने पर भी पुलिस उसे पकड़ने में नाकामयाब रहती है. 

* प्रश्न कुण्डली में नवमेश तथा तृतीयेश के मध्य इत्थशाल योग बन रहा हो और द्वितीयेश की दृष्टि भी इन पर हो तो चोर विदेश जाने के कारण पकडा़ नहीं जाता है. 

* प्रश्न कुण्डली में पंचमेश तथा दशमेश पर शुक्र, गुरु या अन्य शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो चोर पुलिस के चंगुल में फंस जाता है और पकडा़ जाता है. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तमेश तथा अष्टमेश का आपस में राशि परिवर्तन हो रहा हो तो चोरों में आपसी फूट पड़ने से वह पकडे़ जाते हैं. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तमेश केन्द्र में सूर्य के साथ स्थित होकर अस्त हो तो चोर मारा जाता है या स्वय़ मर जाता है.

*  प्रश्न कुण्डली में लग्नेश लग्न में हो अथवा लग्नेश तथा सप्तमेश दोनों चतुर्थ भाव में स्थित हों तो चोर कभी भी पकडा़ नहीं जाता है. 

* प्रश्न कुण्डली में सप्तम भाव में पाप ग्रह हों और दशमेश मंगल से दृष्ट हो तो चोर, पुलिस के द्वारा पकडा़ जाता है तब पुलिस उसकी जमकर पिटाई करती है. इससे वह चोरी की बात को कबूल कर लेता है. 

उपरोक्त योगों के आधार पर आप प्रश्न कुण्डली के आंकलन से चोर के पकडे़ जाने के विषय में बता सकते हैं. इसके अलावा प्रश्न कुण्डली के आधार पर चोरी हुए सामान की दिशा भी बता सकते हैं कि वह किस दिशा में गया है. चोरी गए सामान की दिशा जानने के लिए केन्द्र में स्थित ग्रह तथा प्रश्न कुण्डली के लग्न पर विशेष रुप से जोर दिया गया है. केन्द्र में स्थित ग्रह से दिशा को जानना चाहिए. आइए चोरी के सामान की दिशा निर्धारण करना जानें. 

चोरी का सामान किस दिशा में गया है |Direction in Which Stolen Goods are Kept 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र में सूर्य स्थित है तो चोरी का सामान पूर्व दिशा में होगा. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र में चन्द्रमा स्थित हो तो चोरी का सामान वायव्य कोण में होगा. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में मंगल स्थित हो तो चोरी का सामान दक्षिण दिशा में होगा. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में बुध हो तो चोरी का सामान उत्तर दिशा में होगा. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में गुरु हो तो चोरी का सामान ईशान कोण में होता है. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में शुक्र हो तो चोरी का सामान अग्नि कोण में होता है. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में शनि हो तो चोरी का सामान पश्चिम दिशा में होता है. 

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में राहु हो तो चोरी का सामान नैऋत्य कोण में होता है. 

उपरोक्त योगों में ग्रहों का जिक्र किया गया है परन्तु कई बार प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में कोई भी ग्रह मौजूद नहीं होता है. ऎसी स्थिति में लग्न में स्थित राशि के आधार पर चोरी हुई वस्तु किस दिशा में है, का पता लगाया जाता है. 

* प्रश्न लग्न में अग्नि तत्व राशि(मेष, सिंह, या धनु) हो तो चोरी का सामान पूर्व दिशा में होता है. 

* प्रश्न लग्न में पृथ्वी तत्व राशि(वृष, कन्या या मकर) हो तो चोरी की वस्तु दक्षिण दिशा में होती है. 

* प्रश्न लग्न में वायु तत्व(मिथुन, तुला या कुम्भ) राशि हो तो चोरी की वस्तु पश्चिम दिशा में होती है. 

* प्रश्न लग्न में जल तत्व राशि(कर्क, वृश्चिक या मीन) हो तो चोरी का सामान उत्तर दिशा में होता है.      

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